अग्रविश्व लक्ष्य व उद्देश्य

अग्रविश्व ट्रस्ट का लक्ष्य और उद्देश्य सम्प्रदाय, मत, जाति, भाषा, प्रांत सम्बंधी भिन्नताओं से रहित समाज के विभिन्न घटकों को संगठित कर समरस बनाना है, तथा उन्हे अपने अतीत की महानता का गौरव ज्ञान करा कर उनमें सेवा, त्याग, सद्भाव, प्रेम, आत्मीयता, क्षमता, ममता, समता विकसित कर विश्व के नवनिर्माण हेतु चेतना जाग्रत करने हेतु यह गैर राजनैतिक, लोककल्याणक सामाजिक संगठन रहेगा।

तद् हेतु –

  1. सर्वथा अन्यत्र अनुपलब्ध अलौकिक तथा पौराणिक ग्रन्थ ॥ श्री अग्र उपाख्यानम्॥ के सर्वसाधारण जनों के लिये दर्शन की उचित व्यवस्था करना, देश विदेश से उस पर व्यापक शोध करने के लिये आगत विद्वानों व समाज सेवियों की समुचित व्यवस्था करना तथा उसके पौराणिक महत्व को दृष्टिगत रखते हुए उसके पर्याप्त संरक्षण व सुरक्षा की व्यवस्था करने हेतु – अग्रविश्व ज्ञानपीठ का निर्माण, उसके प्रबंध तथा उसे तीर्थ रूप में विकसित करने की व्यवस्था व संचालन करना।
  2. अग्रविश्व ज्ञानपीठ द्वारा मानवमात्र के हितार्थ श्री अग्रसेन के जीवनवृत्त तथा आदर्श जीवनकर्म, संस्कृति, सभ्यता और दर्शन का विश्व की विभिन्न भाषाओं में प्रकाशन करना/करवाना तथा सर्वसाधारण में वितरित करना तथा देश विदेश में स्थापित शाखाओं के माध्यम से अध्ययन केन्द्र स्थापित कर, पठन-पाठन की योग्य व्यवस्था करना एवं विद्यार्थियों व कार्यकर्ताओं को पुरूस्कृत व सम्मानित करना।
  3. सम्प्रदाय, मत, जाति, भाषा, प्रांत सम्बंधी भिन्नताओं से उत्पन्न विघटनकारी प्रवत्तियों के शमन हेतु श्री अग्रसेन के जीवनपथ के अनुरूप चेतना जाग्रत करना।
  4. अपने अतीत की महानता का गौरव ज्ञान कराना व उसके अनुरूप आचरण हेतु जनचेतना जाग्रत करना।
  5. उनमें सुसंस्कार, सेवा, त्याग, सद्भाव, प्रेम, आत्मीयता, क्षमता, ममता, समता विकसित कर विश्व के नवनिर्माण हेतु चेतना जाग्रत करना।
  6. अग्र समता दर्शन के अनुरूप समाज के असहाय व निर्बल घटकों के स्वाभिमान को संरक्षित रखते हुए उनके सर्वागींण पुनुरूज्जीवन हेतु प्रयास करना।
  7. ट्रस्ट के माध्यम से सभी लोककल्याणकारी कार्य करना।