मनिषियों के मत 9

अब हमें अपना सच्चा इतिहास मिल चुका है अतः बुद्धि-विलास छोड़कर श्री अग्रसेन जी के आदर्शों को जन जन में फैलाने का कार्य करें.

—डॉ. स्वराज्यमणी अग्रवाल
इतिहासकार व समाजनेत्री


भाई बेदिल ने कर्तव्य भाव से इस महत कार्य को अपने तन मन धन की आहूति देकर सफल किया

इतिहासकार समाजनेत्री डॉ. स्वराज्यमणी अग्रवाल ने सभा को सम्बोधित करते हुए कहा – ‘भारतवर्ष का प्राचीन इतिहास इन्ही पुराणों में समाहित है. अग्रसेन की यह प्रामाणिक गाथा अब समस्त भ्रांतियो का समाधान करती है, अब हमें अपना सच्चा इतिहास मिल चुका है अतः समाज के सभी विद्वानों को चाहिये कि वे बुद्धि-विलास छोड़कर श्री अग्रसेन जी के आदर्शों को जन जन में फैलाने का कार्य करें.

भाई बेदिल ने कर्तव्य भाव से इस महत कार्य को जिस तरह अपने तन मन धन की आहूति देकर सफल किया इस सारे कार्य में मैं सतत सम्पर्क में रही तथा अपने लेखों के माध्यम से इस विषय में निरंतर प्रकाश डालते रही.’

इस अवसर पर उन्होने सारे अग्रवाल समाज को बधाई देते हुए कहा कि आज हमें उस महा मानव का वंशज होने का गौरव प्राप्त हुआ जो अग्रवंश संस्थापक होने के साथ ही युगपुरुष है.